Winter Holiday Extended: कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बीच जयपुर जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 से 6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए 11 जनवरी 2025 तक अवकाश घोषित कर दिया गया है. जिला कलक्टर के इस आदेश से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के पांच हजार से अधिक नौनिहालों को राहत मिलेगी. यह निर्णय ठंड के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
अभिभावकों की नाराजगी और समस्या
पिछले दिनों सरकारी स्कूलों में 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित था लेकिन आंगनबाड़ी केंद्र खुले हुए थे. इससे बच्चों को ठंड में केंद्र जाना पड़ रहा था. अभिभावकों ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर नाराजगी जताई थी.
मीडिया रिपोर्टिंग के बाद हुई कार्रवाई
अभिभावकों की शिकायतों के बाद राजस्थान पत्रिका ने इस मुद्दे को उठाया. खबरों के माध्यम से ठंड में बच्चों की समस्या को उजागर किया गया. इसके बाद जयपुर जिला कलक्टर ने कार्रवाई करते हुए 11 जनवरी तक अवकाश का ऐलान किया. यह कदम बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए राहत लेकर आया है.
पोषाहार वितरण के कारण केंद्र थे खुले
अधिकारियों का कहना है कि केंद्रों को बंद न करने का एक मुख्य कारण पोषाहार वितरण था. आंगनबाड़ी केंद्रों में गरम पूरक पोषाहार दिया जा रहा था लेकिन बढ़ती ठंड को देखते हुए अब यह पोषाहार टेक होम राशन के रूप में राशन दिया जाएगा.
चौमूं उपखंड में आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति
चौमूं उपखंड में लगभग 399 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं, जिनमें पांच हजार से अधिक बच्चे नामांकित हैं. इनमें से कई केंद्र किराए के भवनों में चल रहे हैं, जहां फर्नीचर और बच्चों के बैठने की सुविधाएं तक नहीं हैं. ऐसे में अवकाश का निर्णय बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए बड़ी राहत है.
सर्दी में सुरक्षा के इंतजामों की कमी
कई आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के बैठने और सर्दी से बचाव के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं. बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर थे. हालांकि अब अवकाश मिलने से बच्चों को ठंड से बचाने का अवसर मिलेगा.
मौसम का हाल
गुरुवार को चौमूं क्षेत्र में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. शीतलहर और कोहरे के चलते पूरे क्षेत्र में गलन वाली ठंड का असर दिखा. दिन में धूप निकलने के बाद ही कुछ राहत मिली.
बच्चों को सर्दी से बचाने के सुझाव
विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों को गर्म कपड़े पहनाना, पोषक आहार देना और ठंडे पेय पदार्थों से बचाना बेहद जरूरी है. बंद कमरे में हीटर या अंगीठी का उपयोग न करें, क्योंकि इससे दम घुटने का खतरा होता है. बच्चों को पर्याप्त नींद और आराम देना भी सर्दियों में बेहद अहम है.
पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन जारी रहेगा
अवकाश के दौरान पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं जैसे टीकाकरण, मातृ-शिशु स्वास्थ्य दिवस और अन्य गतिविधियां पूर्ववत जारी रहेंगी. मानदेयकर्मी नियमित समय पर केंद्रों में उपस्थित रहेंगे और अपने कार्यों का निर्वहन करेंगे.