UP School Winter Holiday: अलीगढ़ जिले में शीतलहर के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूलों को 14 जनवरी 2025 तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. प्रभारी बीएसए सतीश कुमार शर्मा ने स्पष्ट किया है कि यह आदेश परिषदीय, राजकीय, वित्तीय सहायता प्राप्त और सभी मान्यता प्राप्त (CBSE और ICSE) स्कूलों पर लागू होगा. यह कदम बच्चों और शिक्षकों को ठंड के प्रभाव से बचाने के लिए उठाया गया है.
आदेश न मानने पर होगी सख्त कार्रवाई
बीएसए ने चेतावनी दी है कि जो स्कूल इस आदेश का पालन नहीं करेंगे उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी. शीतलहर के कारण स्कूलों को बंद रखने का यह निर्णय छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है. सरकारी आदेशों का उल्लंघन करने वाले स्कूलों को मान्यता रद्द करने जैसी कठोर सजा भुगतनी पड़ सकती है.
माध्यमिक शिक्षा विभाग का नया शैक्षिक कैलेंडर
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 2025 का शैक्षिक कैलेंडर जारी किया है. इसमें 234 दिन पढ़ाई के लिए और 119 दिन सार्वजनिक अवकाश, त्योहार और ग्रीष्मावकाश (summer and winter vacation days) के लिए निर्धारित किए गए हैं. यह कैलेंडर छात्रों और शिक्षकों को पर्याप्त समय प्रबंधन और पढ़ाई के साथ आराम करने का अवसर देता है.
बोर्ड परीक्षा की तैयारी का शेड्यूल
शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डॉ. महेंद्र देव ने निर्देश दिया है कि 2025 की बोर्ड परीक्षाएं 12 दिनों तक चलेंगी. इसका शेड्यूल इस तरह तैयार किया गया है कि छात्रों को तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिले. साथ ही, परीक्षा प्रक्रिया को प्रभावी और व्यवस्थित बनाने के लिए भी निर्देश जारी किए गए हैं. *
ठंड का बढ़ता असर
उत्तर भारत में ठंड का कहर बढ़ रहा है. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट हो सकती है. ऐसे में बच्चों की सुरक्षा के लिए उनके स्वास्थ्य और खानपान का विशेष ध्यान रखना जरूरी है.
बच्चों को ठंड से बचाने के उपाय
विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं, ठंडे पेय पदार्थों से बचाएं, और उन्हें संतुलित आहार दें. बंद कमरे में हीटर या अंगीठी का उपयोग न करें, क्योंकि इससे दम घुटने का खतरा होता है. बच्चों को पर्याप्त नींद और आराम प्रदान करना भी जरूरी है.
छात्रों को शीतकालीन अवकाश का होमवर्क दिया गया
शीतकालीन अवकाश के दौरान शिक्षकों ने छात्रों को पढ़ाई जारी रखने के लिए होमवर्क दिया है. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अवकाश के बाद छात्रों की पढ़ाई पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े. इस होमवर्क में पाठ्यक्रम की महत्वपूर्ण सामग्री को दोहराने और प्रैक्टिस करने पर जोर दिया गया है.
शैक्षिक अवकाश
ग्रीष्मावकाश और शीतकालीन अवकाश छात्रों और शिक्षकों के लिए आवश्यक हैं. यह अवकाश उन्हें शारीरिक और मानसिक थकान से राहत देते हैं और पढ़ाई के लिए नई ऊर्जा प्रदान करते हैं. विशेष रूप से सर्दी के मौसम में अवकाश छात्रों को ठंड से बचाने का एक प्रभावी तरीका है.
स्कूल प्रबंधन के लिए दिशानिर्देश
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिए हैं कि वे छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें और सभी सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करें. किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर स्कूल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.