Train Driver Salary: भारत में अधिकांश युवाओं का सपना रेलवे में नौकरी पाना होता है खासकर ट्रेन ड्राइवर यानी लोको पायलट बनने का. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लोको पायलट कैसे बनते हैं और इसके लिए क्या-क्या योग्यताएं जरूरी होती हैं? रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) समय-समय पर लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट के लिए भर्तियां निकालता है.
लोको पायलट बनने के लिए डायरेक्ट भर्ती नहीं होती
ट्रेन ड्राइवर को तकनीकी भाषा में लोको पायलट (locomotive pilot recruitment process) कहा जाता है. लोको पायलट के पद पर सीधी भर्ती नहीं होती. पहले उम्मीदवारों को असिस्टेंट लोको पायलट के पद पर चयनित होकर ट्रेनिंग करनी होती है. इसके बाद अनुभव और योग्यता के आधार पर प्रमोशन मिलता है.
रेलवे लोको पायलट के लिए सेलेक्शन प्रोसेस
रेलवे लोको पायलट के पद पर चयन तीन चरणों में (railway loco pilot selection process) होता है.
- कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT): यह प्रारंभिक परीक्षा होती है, जिसमें सामान्य ज्ञान, गणित, और रीजनिंग जैसे विषयों के प्रश्न आते हैं.
- साइकोमेट्रिक और मेडिकल टेस्ट: सीबीटी पास करने वाले उम्मीदवारों को मेडिकल और साइकोमेट्रिक टेस्ट के लिए बुलाया जाता है.
- डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और ट्रेनिंग: अंतिम चरण में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होता है, जिसके बाद ट्रेनिंग शुरू होती है.
ट्रेनिंग के बाद अनुभव के आधार पर प्रमोशन
ट्रेनिंग के बाद असिस्टेंट लोको पायलट (assistant loco pilot promotion process) को शुरू में मालगाड़ी चलाने का अनुभव दिया जाता है. अनुभव और प्रदर्शन के आधार पर उन्हें पैसेंजर ट्रेन चलाने का मौका मिलता है. इस दौरान उम्मीदवारों को सुरक्षा और ट्रेन संचालन के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान देना होता है.
लोको पायलट बनने के लिए आवश्यक योग्यताएं
- शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार को 10वीं पास और आईटीआई (ITI in relevant trade for loco pilot) प्रमाणपत्र होना चाहिए. किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से डिप्लोमा या डिग्री धारक भी आवेदन कर सकते हैं.
- आयु सीमा: सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिए. आरक्षित वर्ग को आयु में छूट दी जाती है.
लोको पायलट की सैलरी और भत्ते
असिस्टेंट लोको पायलट (assistant loco pilot salary in India) की सैलरी प्रति माह 30,000 से 35,000 रुपये के बीच होती है. इसके अलावा उन्हें यात्रा भत्ता, ओवरटाइम, और अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं. प्रमोशन के बाद लोको पायलट की सैलरी 60,000 रुपये या उससे अधिक हो सकती है.
लोको पायलट बनने के फायदे
- सरकारी नौकरी की सुरक्षा: लोको पायलट की नौकरी रेलवे (government job in Indian railways) में स्थायी होती है, जिससे आर्थिक स्थिरता मिलती है.
- प्रमोशन के अवसर: अनुभव और प्रदर्शन के आधार पर उम्मीदवार उच्च पदों पर जा सकते हैं.
- भत्ते और सुविधाएं: सैलरी के अलावा, उन्हें विभिन्न प्रकार के भत्ते जैसे यात्रा और मेडिकल भत्ता दिया जाता है.
लोको पायलट बनने के लिए तैयारी कैसे करें?
रेलवे लोको पायलट (loco pilot preparation tips) बनने के लिए उम्मीदवारों को निम्नलिखित तैयारियां करनी चाहिए:
- पढ़ाई की योजना: सीबीटी परीक्षा के लिए सामान्य ज्ञान, गणित, और रीजनिंग की अच्छी तैयारी करें.
- मॉक टेस्ट और पिछले प्रश्न पत्र: समय प्रबंधन और प्रश्नों की समझ बढ़ाने के लिए मॉक टेस्ट और पिछले साल के पेपर हल करें.
- फिजिकल फिटनेस: साइकोमेट्रिक और मेडिकल टेस्ट पास करने के लिए फिजिकल फिटनेस पर ध्यान दें.
लोको पायलट का काम
एक लोको पायलट (responsibilities of a locomotive pilot) की जिम्मेदारी सिर्फ ट्रेन चलाने तक सीमित नहीं होती. उन्हें यात्रियों की सुरक्षा, समय पर ट्रेन का संचालन, और सिग्नल पर ध्यान देना होता है. लोको पायलट का काम अत्यधिक ध्यान और अनुशासन की मांग करता है.