Up Teacher Transfer Policy: योगी सरकार ने बेसिक विद्यालयों के शिक्षकों के लिए परस्पर तबादले की बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा कर दिया है. लंबे समय से एक जिले से दूसरे जिले में तबादले का इंतजार कर रहे शिक्षकों के लिए यह बड़ा तोहफा साबित हो सकता है. शिक्षकों को उनके इच्छित जिले में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया को अब सरल बना दिया गया है. सरकार ने इस आदेश में यह भी स्पष्ट किया है कि तबादले की प्रक्रिया गर्मी की छुट्टियों में पूरी की जाएगी, ताकि शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण करने में कोई समस्या न हो.
मिली नई सुविधा
इससे पहले परस्पर तबादले के लिए महिला शिक्षकों को कम से कम दो साल और पुरुष शिक्षकों को पांच साल की सेवा अवधि पूरी करनी होती थी. इस बाध्यता को खत्म कर दिया गया है, जिससे अब कोई भी शिक्षक आवेदन कर सकता है. नए नियम के अनुसार परस्पर तबादला केवल ग्रामीण सेवा से ग्रामीण सेवा और शहरी सेवा से शहरी सेवा के तहत ही किया जाएगा. इससे संबंधित शिक्षकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे केवल अपने स्कूल में तबादला करें.
सहमति से बनेगी तबादले की सहमति
परस्पर तबादले के लिए शिक्षकों को सहमति से जोड़ी (पेयर) बनानी होगी. एक बार तबादले की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद शिक्षक अपने आवेदन को वापस नहीं ले सकेंगे. यह नियम प्रक्रिया को पारदर्शी और तेज बनाने के लिए लागू किया गया है. साथ ही, यह भी कहा गया है कि शिक्षकों को उनकी मौलिक नियुक्ति तिथि के आधार पर ही पदोन्नति योग्य माना जाएगा.
शिक्षकों की पुरानी मांग हुई पूरी
बेसिक विद्यालयों में काम कर रहे शिक्षकों की लंबे समय से यह मांग थी कि उन्हें परस्पर तबादले का मौका मिले. इस आदेश से उन शिक्षकों को राहत मिली है, जो परिवारिक या व्यक्तिगत कारणों से अपने गृह जिले में स्थानांतरित होना चाहते थे. बेसिक शिक्षा विभाग ने सोमवार को इस पर निर्देश जारी कर यह सुनिश्चित किया है कि शिक्षकों की वर्षों पुरानी समस्या का समाधान हो सके.
तबादले की प्रक्रिया गर्मी की छुट्टियों में होगी
तबादले की प्रक्रिया के तहत यह सुनिश्चित किया गया है कि शिक्षकों को कार्यमुक्त और कार्यभार ग्रहण गर्मी की छुट्टियों में ही करना होगा. इससे स्कूलों की पढ़ाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा और बच्चों की शिक्षा में रुकावट नहीं आएगी. यह कदम प्रशासनिक कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए उठाया गया है.
ग्रामीण और शहरी शिक्षकों के लिए अलग प्रावधान
तबादले के नियमों के अनुसार, ग्रामीण विद्यालयों के शिक्षक केवल ग्रामीण स्कूलों में और शहरी विद्यालयों के शिक्षक शहरी स्कूलों में ही स्थानांतरित हो सकेंगे. यह प्रावधान सुनिश्चित करता है कि स्कूलों में सेवाओं की गुणवत्ता बनी रहे और शिक्षकों की विशेषज्ञता का सही उपयोग हो.
प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने का प्रयास
योगी सरकार के इस फैसले का मुख्य उद्देश्य परस्पर तबादले की प्रक्रिया को अधिक सरल और पारदर्शी बनाना है. शिक्षकों के लिए यह एक बड़ी राहत है, क्योंकि अब उन्हें लंबी प्रक्रिया से गुजरना नहीं पड़ेगा. ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को भी सरल बनाया गया है, जिससे शिक्षकों को अपने आवेदन करने में आसानी होगी.
शिक्षकों और छात्रों दोनों के लिए फायदेमंद
परस्पर तबादले की यह नई नीति न केवल शिक्षकों के लिए बल्कि छात्रों के लिए भी लाभदायक होगी. जब शिक्षक अपने गृह जिले में काम करेंगे, तो उनका मनोबल ऊंचा रहेगा, जिससे उनकी कार्यक्षमता बढ़ेगी. यह छात्रों की शिक्षा पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा.