School Holiday: उत्तर प्रदेश में ठंड का कहर नए साल की शुरुआत से ही बढ़ने लगा है. मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में बारिश और शीतलहरी की संभावना जताई है. इसके चलते ठंड और ज्यादा कड़ाके की हो सकती है.
बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूलों पर असर
कक्षा 8 तक के सरकारी स्कूलों में पहले से 14 जनवरी तक की छुट्टियां घोषित की जा चुकी हैं. हालांकि निजी और कान्वेंट स्कूलों में ऐसा कोई आदेश जारी नहीं हुआ है जिससे वहां के बच्चों को परेशानी हो रही है. वाराणसी, आगरा, कानपुर, और प्रयागराज जैसे जिलों में जिला प्रशासन ने स्कूल बंद करने के आदेश जारी किए हैं.
प्रयागराज में तीन दिन की छुट्टी का आदेश
प्रयागराज के जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने तीन और चार जनवरी को कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है. इसके साथ ही बच्चों को पांच जनवरी तक राहत मिल गई है क्योंकि पांच को रविवार है.
वाराणसी में 14 जनवरी तक की राहत
वाराणसी में बच्चों को बड़ी राहत मिली है क्योंकि यहां 14 जनवरी तक स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. अब स्कूल मकर संक्रांति के बाद ही खुलेंगे. इस फैसले से बच्चों और अभिभावकों को ठंड से राहत मिली है.
मेरठ और कानपुर में भी स्कूल बंद
मेरठ में जिलाधिकारी ने पांच जनवरी तक स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है. इसी तरह कानपुर में चार जनवरी तक की छुट्टियां घोषित की गई हैं. दोनों जिलों में स्कूल अब पांच जनवरी के बाद ही खुलेंगे.
शीतकालीन अवकाश का पहले से प्रावधान
बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में पहले से शीतकालीन अवकाश की घोषणा की गई थी. हालांकि डीएम के आदेश पर अब अन्य बोर्ड के स्कूलों में भी छुट्टियां घोषित की जा रही हैं. इस कदम से बच्चों को सर्दी से बचाने में मदद मिलेगी.
प्रशासन का सख्त आदेश
प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि स्कूल बंदी के आदेश का पालन सख्ती से किया जाए. बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह फैसला लिया गया है. इस दौरान ई-लर्निंग या घर से पढ़ाई के विकल्पों पर भी चर्चा हो रही है.
अभिभावकों की राहत और बच्चे खुश
स्कूल बंदी के आदेश से अभिभावकों को राहत मिली है क्योंकि बच्चों को ठंड के कारण स्वास्थ्य समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा. बच्चे भी इस छुट्टी का आनंद ले रहे हैं और घर में सुरक्षित हैं.