Haryana New Railway Line: हिसार के सातरोड रेलवे स्टेशन से चिड़ौद तक 25 किलोमीटर लंबा रेलवे बाईपास ट्रैक बिछाया जाएगा. यह योजना रेल यात्रियों और मालवाहन के लिए एक बड़ा सुधार साबित होगी. ट्रैक बिछाने के लिए फील्ड सर्वे पूरा किया जा चुका है और इंजिनियरों की टीम ने सर्वे रिपोर्ट बीकानेर मंडल मुख्यालय भेज दी है. अब मंडल द्वारा इस परियोजना के लिए बजट एस्टिमेट और डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जा रही है.
बाईपास ट्रैक का रूट
सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि सातरोड से आधार अस्पताल के पास होते हुए डाबड़ा गांव, डाबड़ा से मुकलान, मुकलान से देवा और फिर देवा से चिड़ौद तक बाईपास ट्रैक (Bypass Track Construction Route) बिछाया जाएगा. इस रूट के साथ मालगाड़ियों के लिए एक नया मार्ग मिलेगा, जिससे उनका सफर और भी आसान और तेज़ होगा.
मालगाड़ियों को मिलेगा सीधा मार्ग
सातरोड से चिड़ौद तक बाईपास ट्रैक बनने से पंजाब जाने वाली मालगाड़ियों को सीधे रवाना किया जा सकेगा (Punjab Freight Trains Direct Route). अब तक, इन मालगाड़ियों को हिसार रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद इंजन बदलना पड़ता था, जिससे करीब डेढ़ घंटे का समय लग जाता था और गाड़ियां देरी से चलती थीं. इस नए ट्रैक से समय की बचत होगी और मालगाड़ियां तेज़ी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगी.
इंजन बदलने की प्रक्रिया से मिलेगी मुक्ति
फिलहाल, पंजाब की ओर जाने वाली ट्रेनों को हिसार रेलवे स्टेशन पर इंजन बदलने के कारण काफी समय की बर्बादी होती थी. इस प्रक्रिया में लगभग डेढ़ घंटे का समय लगता था (Engine Changing Process Delays). लेकिन बाईपास ट्रैक बनने से यह प्रक्रिया पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी. इससे न केवल मालगाड़ियों की रफ्तार बढ़ेगी, बल्कि यात्री ट्रेनें भी समय पर चल सकेंगी.
यात्री ट्रेनों के लिए भी बड़ा लाभ
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, कैप्टन शशि किरण के अनुसार, बाईपास ट्रैक के निर्माण से यात्री ट्रेनों के संचालन में भी सुविधा होगी (Passenger Train Operations Benefit). ट्रैक के बनने से मालगाड़ियों को हिसार रेलवे स्टेशन पर रुकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. इससे स्टेशन पर यातायात का दबाव कम होगा, जिससे यात्री ट्रेनों के समय पर चलने की संभावना बढ़ेगी.
कम होगा रेलवे स्टेशन पर ट्रैफिक
रेलवे स्टेशन पर ट्रैफिक कम होने से सुपरफास्ट एक्सप्रेस और अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों को आउटर पर रोकने की जरूरत नहीं पड़ेगी (Traffic Reduction at Hisar Railway Station). वर्तमान में, जब मालगाड़ियां और सवारी ट्रेनें एक साथ खड़ी होती हैं, तो सुपरफास्ट ट्रेनों को आउटर पर रोकना पड़ता है, जिससे यात्रियों का समय बर्बाद होता है. बाईपास ट्रैक बनने से यह समस्या हल हो जाएगी और यात्रियों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी.
मालगाड़ियों और यात्री ट्रेनों की बढ़ेगी रफ्तार
इस बाईपास ट्रैक के बनने से मालगाड़ियों और यात्री ट्रेनों की रफ्तार में भी सुधार होगा (Improved Train Speed and Traffic Flow). यात्रियों को समय पर अपनी मंजिल तक पहुंचने में मदद मिलेगी और मालगाड़ियों को भी बिना किसी रुकावट के यात्रा करने का अवसर मिलेगा. इसके साथ ही, रेल मार्ग पर दबाव कम होने से अन्य ट्रेनों को भी अधिक समय मिलेगा.