Aadhaar Card DOB: आधार कार्ड भारत के प्रत्येक नागरिक की विशिष्ट पहचान है जिसे भारतीय सरकार ने नागरिकों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए जारी किया है. यह कार्ड व्यक्ति की बायोमेट्रिक और डेमोग्राफिक जानकारी को संग्रहित करता है जिससे किसी भी नागरिक की पहचान की पुष्टि की जा सकती है. पहला आधार कार्ड 28 जनवरी 2009 को जारी किया गया था और इसके बाद से यह एक महत्वपूर्ण पहचान पत्र बन गया है. हालांकि अब आधार कार्ड से जुड़ा एक नया आदेश जारी किया गया है जिसमें साफ कहा गया है कि आधार कार्ड को अब उम्र सत्यापन के लिए दस्तावेज के रूप में मान्यता नहीं दी जाएगी.
मध्य प्रदेश में नया आदेश
मध्य प्रदेश में अब आधार कार्ड को उम्र सत्यापन के लिए मान्यता नहीं दी जाएगी. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भोपाल द्वारा जारी किए गए आदेश में यह स्पष्ट किया गया है कि आधार कार्ड सिर्फ एक पहचान दस्तावेज के रूप में माना जाएगा, लेकिन अब यह आयु प्रमाण के तौर पर मान्य नहीं रहेगा. यह आदेश मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के फैसले के बाद जारी हुआ है. पहले आधार कार्ड का उपयोग न केवल पहचान के लिए बल्कि आयु सत्यापन के लिए भी किया जाता था लेकिन अब इसे सिर्फ पहचान प्रमाण के रूप में उपयोग किया जा सकेगा.
आधार कार्ड में दर्शाई उम्र मान्य नहीं होगी
अब से मध्य प्रदेश में आधार कार्ड में दिखाई गई उम्र को मान्यता नहीं दी जाएगी. इससे पहले आधार कार्ड में दर्ज उम्र को कई जगहों पर प्रमाण के रूप में स्वीकार किया जाता था, लेकिन इस नए आदेश के तहत अब यह केवल पहचान पत्र के रूप में ही स्वीकार्य होगा. इस आदेश का उद्देश्य आधार कार्ड को सिर्फ नागरिक की पहचान सुनिश्चित करने के लिए इस्तेमाल करना है न कि आयु प्रमाण के तौर पर. इससे उन नागरिकों को असुविधा हो सकती है जिन्होंने पहले आधार कार्ड को अपनी आयु प्रमाणित करने के लिए इस्तेमाल किया था.
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट का निर्णय
मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा 8 नवंबर 2024 को पारित एक महत्वपूर्ण निर्णय ने आधार कार्ड के उपयोग को लेकर एक नया दिशा-निर्देश जारी किया है. इस निर्णय में स्पष्ट किया गया है कि आधार कार्ड का उपयोग केवल पहचान प्रमाण के रूप में किया जाएगा, न कि उम्र प्रमाण के लिए. इस आदेश के बाद, सभी कलेक्टरों को निर्देश दिया गया है कि आधार कार्ड को केवल पहचान के दस्तावेज़ के रूप में स्वीकार किया जाए. इस फैसले का पालन सभी सरकारी विभागों द्वारा किया जाएगा.
आधार कार्ड के सुधार की प्रक्रिया
आधार कार्ड धारकों के लिए यह आदेश नया नहीं है, क्योंकि जिनके आधार कार्ड में उम्र से संबंधित कोई त्रुटि है, उन्हें पहले ही सुधार की प्रक्रिया शुरू कर देनी चाहिए. आधार कार्ड में किसी भी प्रकार के सुधार के लिए नागरिक को UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी आधार केंद्र पर जाना होगा. उम्र संबंधी त्रुटि को ठीक करने के लिए प्रमाणपत्रों की आवश्यकता होती है, जैसे कि जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल प्रमाण पत्र, या अन्य वैध दस्तावेज़, जो कि आयु का सही प्रमाण प्रदान करते हों.
आधार कार्ड का सही उपयोग
आधार कार्ड का उद्देश्य केवल नागरिक की पहचान को सत्यापित करना है. यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है, जिसका उपयोग बैंक खाते खोलने, सरकारी योजनाओं का लाभ लेने, और कई अन्य सरकारी सेवाओं में किया जाता है. इसके अतिरिक्त, अब इसे केवल पहचान प्रमाण के रूप में ही स्वीकारा जाएगा. इसलिए, अगर किसी व्यक्ति को आयु प्रमाण की आवश्यकता होती है, तो वह आधार कार्ड की बजाय अन्य वैध दस्तावेज़ का उपयोग कर सकता है.
आधार कार्ड को लेकर सरकार की नई दिशा
इस आदेश के बाद, सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि आधार कार्ड का उपयोग केवल एक पहचान प्रमाण के रूप में होगा और इसे आयु प्रमाण के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा. यह आदेश उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो पहले आधार कार्ड को आयु प्रमाण के तौर पर उपयोग कर रहे थे. अब उन्हें अपनी आयु प्रमाणित करने के लिए अन्य दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी. यह निर्णय आधार कार्ड के सही उपयोग और गलत तरीके से इसके उपयोग को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
आधार कार्ड के सही उपयोग पर विचार
आधार कार्ड का सही तरीके से उपयोग करने के लिए नागरिकों को इसे पहचान प्रमाण के रूप में ही देखना चाहिए. सरकार का उद्देश्य आधार कार्ड का दुरुपयोग रोकना है और यह सुनिश्चित करना है कि यह सिर्फ एक नागरिक की पहचान को प्रमाणित करने के लिए ही इस्तेमाल हो. इस आदेश के बाद, यह उम्मीद की जा रही है कि नागरिक अधिक जिम्मेदारी से इस दस्तावेज़ का उपयोग करेंगे और इसका दुरुपयोग कम होगा.