Public Holiday: पंजाब सरकार ने श्री मुक्तसर साहिब जिले में माघी मेले के मद्देनजर 14 जनवरी 2025 को सरकारी छुट्टी का ऐलान किया है. यह छुट्टी सभी सरकारी दफ्तरों, बोर्ड/कारपोरेशन और शैक्षणिक संस्थानों में लागू होगी. यह निर्णय माघी मेले के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
मुख्य सचिव ने जारी किया आदेश
इस संबंध में पंजाब सरकार के मुख्य सचिव के. ए.पी. सिन्हा द्वारा अधिसूचना जारी की गई है. अधिसूचना के अनुसार, छुट्टी सिर्फ जिला श्री मुक्तसर साहिब (Sri Muktsar Sahib District Holiday) में ही मान्य होगी. सभी संबंधित विभागों और अधिकारियों को इस आदेश का पालन सुनिश्चित करने के लिए सूचित किया गया है.
अधिकारियों को भेजी गई सूचना
अधिसूचना की प्रतियां पंजाब राज्य के सभी विशेष मुख्य सचिवों, अतिरिक्त मुख्य सचिवों, वित्तीय आयुक्तों, प्रधान सचिवों और प्रशासनिक सचिवों को भेजी गई हैं. साथ ही, यह सूचना मंडलायुक्तों, उपायुक्तों (Deputy Commissioners Notification) और अन्य संबंधित अधिकारियों को भी दी गई है.
माघी मेले का धार्मिक महत्व
माघी मेला (Magh Mela Importance) पंजाब का एक प्रमुख त्योहार है, जो हर साल श्री मुक्तसर साहिब में मनाया जाता है. यह मेला सिख धर्म के 40 मुक्तों की याद में आयोजित किया जाता है, जिन्होंने धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी. यह दिन पंजाब और सिख धर्म के अनुयायियों के लिए विशेष महत्व रखता है.
माघी मेले में होने वाले आयोजन
माघी मेले (Magh Mela Celebrations) में हर साल लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं. गुरुद्वारों में कीर्तन, अरदास और लंगर जैसे कार्यक्रमों का आयोजन होता है. इसके अलावा, मेला स्थल पर व्यापारिक स्टॉल, सांस्कृतिक प्रदर्शन और अन्य धार्मिक गतिविधियां आयोजित की जाती हैं.
स्थानीय छुट्टी का लाभ
इस स्थानीय छुट्टी (Local Holiday Benefits) के जरिए सरकारी कर्मचारी और आम लोग माघी मेले में शामिल होकर इसकी धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का आनंद ले सकेंगे. यह निर्णय क्षेत्र के लोगों को त्योहार में भाग लेने का अवसर प्रदान करता है.
अन्य जिलों पर प्रभाव
यह छुट्टी केवल श्री मुक्तसर साहिब जिले में लागू होगी. अन्य जिलों में सरकारी और निजी संस्थानों के लिए सामान्य कार्यदिवस रहेगा.
माघी मेले का आर्थिक असर
माघी मेला (Economic Impact of Magh Mela) श्री मुक्तसर साहिब की स्थानीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव डालता है. मेले में आने वाले श्रद्धालु क्षेत्र के छोटे व्यापारियों, होटलों, और परिवहन सेवाओं को लाभ पहुंचाते हैं.
धार्मिक स्थलों का महत्व
श्री मुक्तसर साहिब गुरुद्वारा (Sri Muktsar Sahib Gurudwara) सिख धर्म का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है. यहां माघी मेले के दौरान विशेष धार्मिक आयोजन होते हैं. यह स्थान सिख इतिहास और धर्म में गहरी जड़ों के लिए जाना जाता है.
छुट्टी से जुड़े नियम और शर्तें
पंजाब सरकार (Punjab Government Notification) द्वारा जारी अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि यह छुट्टी स्थानीय स्तर पर ही प्रभावी होगी. इसके साथ ही, यह आदेश सभी शासकीय और शैक्षणिक संस्थानों में लागू होगा.
धार्मिक परंपराओं को बनाए रखने का प्रयास
पंजाब सरकार का यह कदम राज्य की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया गया है. इससे न केवल स्थानीय लोगों को त्योहार मनाने का अवसर मिलेगा, बल्कि धार्मिक आस्था को भी प्रोत्साहन मिलेगा.