Burj Khalifa का एक दिन का बिजली बिल जानकर उड़ जाएंगे होश, इतनी बिजली में चल जाए पूरा शहर! Burj Khalifa Electricity

WhatsApp ग्रुप ज्वाइन करे Join Now

Burj Khalifa Electricity: बुर्ज खलीफा को लेकर लोगों की जिज्ञासा इसकी ऊंचाई और डिजाइन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसकी रोज़मर्रा की ऊर्जा और पानी की खपत भी उतनी ही चौंकाने वाली है। दुनिया की सबसे ऊंची इमारत को चलाना जितना रोचक है, उतना ही जटिल और महंगा भी।

बिजली की सप्लाई संभालती है दुबई की सरकारी संस्था

बुर्ज खलीफा को बिजली आपूर्ति दुबई की सरकारी संस्था Dubai Electricity and Water Authority (DEWA) द्वारा की जाती है। DEWA ने इस इमारत के लिए एक उन्नत और सटीक नेटवर्क तैयार किया है जिसमें हजारों किलोमीटर लंबी केबलिंग शामिल है, जो हर फ्लोर तक ऊर्जा पहुंचाने का कार्य करती है।

हर सिस्टम की निगरानी करता है स्मार्ट BMS

यह सिर्फ इमारत नहीं, बल्कि एक स्मार्ट बिल्डिंग है जहां Building Management System (BMS) हर फ्लोर की लाइटिंग, एसी, वॉटर हीटिंग और अन्य इलेक्ट्रिक लोड्स पर नजर रखता है। जैसे ही किसी फ्लोर पर खपत बढ़ती है, सिस्टम उसे स्वतः बैलेंस कर देता है, जिससे अनावश्यक बिजली की बर्बादी रोकी जा सके।

यह भी पढ़े:
मिनिमम बैलेन्स रखने का झंझट हुआ खत्म, ज़ीरो बैलेन्स पर भी चलेगा सेविंग अकाउंट Bank Minimum Balance Rules

हर दिन 50 मिलियन वोल्ट-एंपियर की खपत

   

बुर्ज खलीफा में रोजाना पीक टाइम पर 50 मिलियन वोल्ट-एंपियर (VA) की बिजली खपत होती है। आसान भाषा में समझें तो ये इतनी बिजली है जिससे एक साथ 5 लाख 100 वॉट के बल्ब जलाए जा सकते हैं। यानी एक छोटे शहर जितनी बिजली हर दिन अकेले इस इमारत में इस्तेमाल होती है।

सिर्फ बिजली का बिल ही 50 लाख रुपये रोज़ाना

इतनी बिजली की खपत पर बुर्ज खलीफा का रोजाना बिजली बिल करीब 50 लाख रुपये बैठता है। यानी महीने में करोड़ों रुपये सिर्फ बिजली पर खर्च होते हैं। यह आंकड़ा इस बात को साबित करता है कि इस इमारत की मेंटेनेंस तकनीकी और आर्थिक रूप से कितनी जटिल और खर्चीली है।

पानी की खपत भी है भारी मात्रा में

हर दिन करीब 9.46 लाख लीटर पानी बुर्ज खलीफा में उपयोग होता है। यह पानी फ्लशिंग, कूलिंग, सफाई, हैंडवॉश और अन्य जरूरतों के लिए इस्तेमाल होता है। यह खपत किसी छोटे शहर की पूरे दिन की जरूरत के बराबर है।

यह भी पढ़े:
भारत में ही छुपा है असली स्विट्जरलैंड! औली और खज्जियार की खूबसूरती आपको बना देगी दीवाना Mini Switzerland of India

सोलर पैनल से होती है ऊर्जा की बचत

इस इमारत की छत पर सोलर पैनल्स लगे हैं जो हर दिन 1.4 लाख लीटर पानी गर्म करने में सक्षम हैं। इससे 3,200 किलोवाट बिजली की बचत होती है, जो कई फ्लैट्स की दैनिक जरूरत को पूरा कर सकती है। इससे साफ है कि डिजाइन में सस्टेनेबिलिटी और एनर्जी सेविंग को महत्व दिया गया है।

ऊर्जा-कुशल तकनीक से चलती हैं सारी सुविधाएं

बुर्ज खलीफा में 57 हाई-स्पीड लिफ्ट, अत्याधुनिक एयर कंडीशनिंग सिस्टम, स्मार्ट लाइट्स और फास्ट इंटरनेट जैसी सभी सुविधाएं ऊर्जा-कुशल तकनीकों से संचालित होती हैं। हर सेकेंड किसी न किसी फ्लोर पर लिफ्ट चल रही होती है, जिससे बिजली की मांग लगातार बनी रहती है।

रख-रखाव एक बड़ी चुनौती

इतनी ऊंची इमारत को प्रबंधित और संचालित करना किसी मिशन से कम नहीं है। यहां की सफाई, सुरक्षा और तकनीकी रख-रखाव के लिए 24 घंटे सक्रिय टीमें तैनात रहती हैं। हर सेक्शन में अलग-अलग विशेषज्ञ टीमें कार्यरत हैं जो इस भव्य इमारत को सुचारू रूप से चलाने में अहम भूमिका निभाती हैं।

यह भी पढ़े:
घर पर सोना रखने की क्या है लिमिट, इससे ज्यादा सोना हुआ तो हो सकती है दिक्कत Gold Limit in House

Leave a Comment