School Holidays: बढ़ती हुई सर्दियों के कारण राज्य भर में स्कूलों के लिए छुट्टियों का ऐलान किया गया है. 13 जनवरी से 18 जनवरी तक इन छुट्टियों को लागू करने का निर्णय प्रत्येक जिले में जिला कलेक्टरों द्वारा लिया गया है. इस फैसले का उद्देश्य बढ़ती ठंड और शीतलहर के प्रभाव को कम करना है, ताकि विद्यार्थी और शिक्षक दोनों ही सुरक्षित रह सकें.
शिक्षा निदेशालय बीकानेर के अनुसार छुट्टियों की योजना
शिक्षा निदेशालय, बीकानेर के निर्देशानुसार, जिला कलेक्टरों को यह अधिकार दिया गया है कि वे अपने-अपने जिलों में स्थानीय जलवायु के अनुसार छुट्टियों की तारीखों में परिवर्तन कर सकते हैं. इस नीति का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी जिले में ठंड के प्रभाव से विद्यार्थियों की पढ़ाई या स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर न पड़े.
बदला हुई अवकाश तारीख
जनवरी के मध्य में अवकाश की इस नई तिथियों का मुख्य उद्देश्य शीतलहर से उत्पन्न होने वाली असुविधाओं से बचना है. इस बदलाव से विद्यार्थियों को घर पर रहकर अधिक सुरक्षित वातावरण में समय बिताने का मौका मिलेगा. इससे उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा के साथ-साथ परीक्षा की तैयारी में भी मदद मिलेगी.
बढ़ती ठंड के लिए तैयारी और अधिकारियों की भूमिका
ठंड के मौसम में स्कूलों को बंद करने के निर्णय के पीछे जिला कलेक्टरों की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्हें यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है कि सभी स्कूलों में ठंड के अनुरूप जरूरी सावधानियां बरती जाएं, जैसे कि उचित हीटिंग व्यवस्था, आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं और अन्य.
राज्यवार शीतकालीन छुट्टियों का विस्तार
जैसे-जैसे शीतलहर का प्रभाव बढ़ता है, विभिन्न राज्यों में भी शीतकालीन छुट्टियां बढ़ाई जा रही हैं. जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में शीतलहर के कारण शीतकालीन अवकाश पहले से ही लंबे समय के लिए घोषित किए गए हैं. इन छुट्टियों का उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा और शैक्षणिक कार्यक्रमों में बाधा न आने देना है.
गाजियाबाद में विशेष शीतकालीन अवकाश
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में, जहां शीतलहर का प्रभाव अधिक है, स्कूलों में 18 जनवरी तक विशेष शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया है. यह निर्णय स्थानीय जलवायु की स्थिति को देखते हुए लिया गया है ताकि विद्यार्थियों को ठंड से बचाया जा सके.