Haryana IMD Result: हरियाणा में रुक-रुक कर हो रही बारिश और तेज हवाओं के बावजूद लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात नहीं मिल रही है। राज्य में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, जिससे गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। हालांकि, मौसम विभाग ने 29 और 30 मई को प्रदेशभर में बारिश की संभावना जताई है, जिससे थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
31 मई और 1 जून को भी बारिश के आसार
मौसम विभाग का कहना है कि 31 मई और 1 जून को हरियाणा के कई जिलों में बारिश हो सकती है। यह बरसात तापमान में गिरावट ला सकती है और लोगों को लू से राहत दिला सकती है।
31 मई तक मौसम रहेगा परिवर्तनशील
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ ने जानकारी दी कि 31 मई तक प्रदेश का मौसम अस्थिर बना रहेगा। इस दौरान उत्तर-पूर्वी हवाओं के चलने की संभावना बनी हुई है, जिससे हल्के बादलों के साथ बूंदाबांदी और गरज-चमक भी देखने को मिल सकती है।
दिन का तापमान गिरेगा रात का बढ़ेगा
29 और 30 मई को हरियाणा के अधिकांश इलाकों में हल्की बारिश और आंधी आने की संभावना है। दिन का तापमान गिर सकता है, जबकि रात में उमस और तापमान में वृद्धि दर्ज की जा सकती है।
जानिए किन जिलों में होगी बारिश
29 मई को बारिश संभावित जिले:
- 25 से 50% बारिश की संभावना: पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, फतेहाबाद, सिरसा
- 25% बारिश की संभावना: हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात, रोहतक, झज्जर, सोनीपत, पानीपत, करनाल, यमुनानगर
30 मई को बारिश संभावित जिले:
- 50 से 75% बारिश की संभावना: अंबाला, पंचकूला, कुरुक्षेत्र, कैथल, यमुनानगर
- 25 से 50% बारिश की संभावना: जींद, करनाल, पानीपत, सोनीपत
- 25% बारिश की संभावना: सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, रोहतक, चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात
31 मई को बारिश संभावित जिले:
- 25 से 50% बारिश की संभावना: पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर
- 25% बारिश की संभावना: झज्जर, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, जींद, कैथल, करनाल, भिवानी, चरखी दादरी, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा
गर्मी से राहत की उम्मीद
हालांकि फिलहाल भीषण गर्मी और उमस लोगों को परेशान कर रही है, लेकिन आने वाले तीन दिन हरियाणा के कई जिलों में बारिश से मौसम बदलने की उम्मीद है। यह बारिश फसलों के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकती है और जनजीवन को राहत दे सकती है।