School Holiday: राजस्थान में बढ़ती ठंड और बारिश की संभावना के चलते स्कूलों की छुट्टियां आगे बढ़ाई जा सकती हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने प्रदेश के 14 जिलों में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण बारिश और ठंड बढ़ने की चेतावनी दी है. इसके कारण छात्रों के लिए स्कूल जाना मुश्किल हो सकता है. ऐसे में जिला कलेक्टर छुट्टियां बढ़ाने का फैसला ले सकते हैं.
कहां खुले और कहां बंद हैं स्कूल?
राजस्थान के अलग-अलग जिलों में स्कूलों की स्थिति भिन्न है.
- छुट्टियां बढ़ाई गईं: श्रीगंगानगर, अलवर, बीकानेर, चूरू, नागौर जैसे जिलों में स्कूल 11 जनवरी तक बंद रहेंगे.
- स्कूल खुले: जयपुर, टोंक और करौली में स्कूल आज से खुल गए हैं.
- जल्द खुलेंगे: चित्तौड़गढ़, कोटा और भरतपुर में 9 जनवरी से स्कूल शुरू होंगे.
यह स्थिति मौसम की परिस्थिति के आधार पर बदल सकती है.
राजस्थान के इन जिलों में बारिश और ओले का अलर्ट
IMD ने अगले 5 दिनों के लिए मौसम अलर्ट (weather alert in Rajasthan) जारी किया है:
- 9 जनवरी: चूरू और नागौर में शीतलहर का अलर्ट.
- 11 जनवरी: बीकानेर, श्रीगंगानगर और चूरू में तेज हवाओं और बारिश की संभावना.
- 12 जनवरी: अलवर, भरतपुर और झुंझुनू में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट.
इस मौसम की स्थिति से ठिठुरन और बढ़ने की संभावना है.
ठंड ने तोड़ा रिकॉर्ड, फतेहपुर और नागौर सबसे ठंडे
राज्य के कई हिस्सों में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है.
- फतेहपुर: न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस.
- नागौर: न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस.
इन जिलों में ठंड ने सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है.
पश्चिमी विक्षोभ का असर और मकर संक्रांति पर संभावना
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 10 जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance impact) के कारण प्रदेश के कुछ हिस्सों में बादल छाने और हल्की बारिश की संभावना है.
- मकर संक्रांति से पहले बारिश और ठंडी हवाओं के कारण ठिठुरन और बढ़ सकती है.
- बीकानेर, जयपुर और भरतपुर संभाग में विशेष रूप से हल्की बारिश की संभावना जताई गई है.
छात्रों और अभिभावकों को क्या करना चाहिए?
मौसम के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है. अभिभावकों को चाहिए:
- बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर भेजें.
- मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए स्कूल प्रशासन से अपडेट लेते रहें.
- अगर स्कूल खुले हैं, तो बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाने के उपाय करें.
प्रशासन का निर्णय और संभावित बदलाव
प्रशासन और जिला कलेक्टर मौसम की स्थिति का आकलन कर रहे हैं.
- जिन जिलों में बारिश और ठंड का प्रभाव ज्यादा है, वहां छुट्टियां बढ़ाई जा सकती हैं.
- स्कूल खुलने वाले जिलों में भी मौसम के बदलाव के अनुसार स्थिति को संभाला जाएगा.
ठंड से बचाव के लिए उठाए जा रहे कदम
सरकार और स्थानीय प्रशासन ने ठंड से बचाव के लिए विशेष कदम उठाए हैं:
- रैन बसेरों की संख्या बढ़ाई गई है.
- जरूरतमंदों को कंबल और गर्म कपड़े बांटे जा रहे हैं.
- खुले में काम करने वाले लोगों को बचाव के निर्देश दिए गए हैं.