Punjab School: पंजाब सरकार के राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद पंजाब ने प्रधानमंत्री योजना के तहत छात्रों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है. इस पहल के तहत राज्य के स्कूलों में विज्ञान सर्कल स्थापित किए जाएंगे. इसका उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोणको विकसित करना और उन्हें तार्किक सोच के साथ नई तकनीक की ओर प्रेरित करना है.
विज्ञान सर्कल का गठन और उद्देश्य
विज्ञान सर्कल का मुख्य लक्ष्य छात्रों को पाठ्यक्रम के अलावा विज्ञान के क्षेत्र में गहराई से समझ विकसित करने का अवसर देना है. इसके माध्यम से छात्र वैज्ञानिक सोच तार्किक दृष्टिकोण और टीम वर्क जैसे गुणों का विकास कर पाएंगे. साथ ही रचनात्मकता और नई तकनीक को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
मुख्य गतिविधियां
विज्ञान सर्कल के तहत छात्रों के लिए कई गतिविधियों का आयोजन होगा, जिनमें शामिल हैं:
- विज्ञान क्विज़ और ओलंपियाड (science quiz and olympiads)
- प्रकृति अवलोकन और शोध परियोजनाएं (nature observation and research projects)
- विज्ञान मेले और प्रदर्शनियां (science fairs and exhibitions)
इन गतिविधियों का उद्देश्य छात्रों को विज्ञान के प्रति एक नया दृष्टिकोण देना है, जिससे वे अपनी शिक्षा को और अधिक व्यावहारिक बना सकें.
सर्कल की संरचना
हर स्कूल में एक समिति गठित की जाएगी, जिसमें प्रबंधन से लेकर छात्रों तक की भागीदारी सुनिश्चित होगी. इस समिति के सदस्यों में शामिल होंगे:
- स्कूल प्रमुख: अध्यक्ष
- सीनियर विज्ञान शिक्षक: सचिव
- विज्ञान शिक्षक: इवेंट कोऑर्डिनेटर
- सीनियर छात्र: छात्र सदस्य
प्रत्येक सर्कल में 25 छात्रों को शामिल किया जाएगा, जिन्हें मिडिल, सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी समूहों में विभाजित किया जाएगा. यह संरचना छात्रों को नेतृत्व क्षमता और टीम वर्क के अनुभव प्रदान करने में मदद करेगी.
वित्तीय सहायता और चुने गए स्कूल
इस योजना के तहत पंजाब राज्य के 667 स्कूलों को शामिल किया गया है. प्रत्येक स्कूल को ₹5000 की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी. इसके लिए कुल ₹33.35 लाख का बजट आवंटित किया गया है. पटियाला जिले में सबसे अधिक 62 स्कूल चुने गए हैं, जबकि मानसा जिले के 25 स्कूलों को इस योजना का हिस्सा बनाया गया है.
मानसा जिले के 9 प्रमुख स्कूलों की सूची
मानसा जिले के 25 में से 9 स्कूलों को विज्ञान सर्कल के लिए चुना गया है, जिनमें शामिल हैं:
- गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, बरेटा
- गवर्नमेंट हाई स्कूल, समाऊं (भीखी)
- गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़कियां), भीखी
- गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़कियां), बुढलाडा
- गवर्नमेंट मॉडल स्कूल, दातेवास
- गवर्नमेंट हाई स्कूल, बनांवाली
- गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, संघा
- गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सरदूलगढ़
- गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल (अन्य)
छात्रों के लिए विज्ञान सर्कल के फायदे
यह योजना छात्रों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति रुचि को बढ़ावा देने के साथ-साथ उनके अंदर नवाचार की भावना (innovation skills) को विकसित करेगी. इसके अलावा, यह उन्हें टीम वर्क और रचनात्मकता (creative problem-solving) में दक्ष बनाएगी. इस पहल के तहत, छात्रों को वैज्ञानिक सोच और तार्किक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे वे भविष्य में नई खोजों और आविष्कारों के लिए प्रेरित होंगे.
विज्ञान सर्कल के जरिए शिक्षा में सुधार
SCERT, पंजाब की यह पहल न केवल छात्रों की व्यक्तिगत क्षमता को बढ़ावा देगी, बल्कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (quality education initiatives) को भी नई दिशा देगी. विज्ञान सर्कल का गठन शिक्षा प्रणाली में सुधार की ओर एक बड़ा कदम है, जो छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने में सहायक होगा.