Fastag new rule: हाईवे पर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए जल्द ही एक बड़ी राहत की खबर आ सकती है। अब उन्हें टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि सरकार एक ऐसा नया सिस्टम लागू करने जा रही है जिससे टोल ऑटोमैटिक तरीके से कट जाएगा।
पूरी तरह से ऑटोमैटिक होगा टोल कलेक्शन
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी दी है कि सरकार टोल वसूली की मौजूदा व्यवस्था को बदलने की तैयारी में है। इसके तहत, टोल प्लाजा हटाकर एक ऑटोमैटिक सिस्टम लगाया जाएगा जो वाहन की दूरी के हिसाब से शुल्क वसूल करेगा।
हाईवे के एंट्री पॉइंट पर लगेगा खास पाइप
इस नई टेक्नोलॉजी के तहत, हाईवे के प्रवेश बिंदुओं पर एक छह इंच का पाइप लगाया जाएगा, जिसमें कैमरा और स्कैनर फिट किए जाएंगे।
- यह स्कैनर गाड़ियों में लगे फास्टैग को पहचान कर यात्रा की दूरी मापेगा।
- इसके आधार पर ही टोल राशि स्वतः ही कट जाएगी।
- इससे लंबी कतारों और देरी से छुटकारा मिलेगा।
चार हाईवे पर शुरू हो चुका है ट्रायल
गडकरी ने यह भी बताया कि यह ऑटोमैटिक टोल सिस्टम फिलहाल चार हाईवे पर ट्रायल मोड में है।
- टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है, जिससे आने वाले महीनों में यह सिस्टम देशभर में लागू हो सकता है।
- इसके सफल ट्रायल के बाद ही इसे राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार दिया जाएगा।
टोल प्लाजा होंगे इतिहास ?
यह तकनीक सफल होती है तो आने वाले समय में भारत के टोल प्लाजा इतिहास बन सकते हैं।
- डिजिटल इंडिया की दिशा में यह एक बड़ा कदम होगा।
- यात्रियों को तेज, सुविधाजनक और निर्बाध यात्रा का अनुभव मिलेगा।
सरकार का लक्ष्य समय और ईंधन की बचत
इस नए सिस्टम से सरकार का मुख्य उद्देश्य है समय, ईंधन और प्रदूषण की बचत करना।
- जब गाड़ियां टोल पर रुकती हैं, तो ईंधन खर्च होता है और ट्रैफिक जाम की स्थिति बनती है।
- इस नई व्यवस्था से न केवल सफर सुगम होगा, बल्कि पर्यावरण को भी फायदा पहुंचेगा।