Gold Silver Price: नए साल 2025 की शुरुआत के साथ ही सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई. अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने का भाव 440 रुपये बढ़कर 79,390 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. वहीं चांदी ने 800 रुपये की छलांग लगाई और 90,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. यह बढ़ोतरी स्टॉकिस्टों की ताजा खरीदारी के कारण हुई, जिससे बाजार में तेजी आई.
31 दिसंबर के मुकाबले सोने का दाम कितना बढ़ा?
पिछले कारोबारी दिन यानी मंगलवार को सोने की कीमत 78,950 रुपये प्रति 10 ग्राम थी. बुधवार को यह 440 रुपये बढ़कर 79,390 रुपये हो गई.
- 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत भी 440 रुपये बढ़कर 78,840 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई.
- पिछले सत्र में सोने का भाव 78,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था.
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटीज विशेषज्ञ सौमिल गांधी के अनुसार क्रिसमस की छुट्टियों के बाद बाजार में ताजा खरीदारी और निवेशकों की सक्रियता के चलते सोने की कीमतों में इजाफा हुआ.
- डिमांड में बढ़ोतरी: स्टॉकिस्ट और निवेशकों द्वारा की गई ताजा खरीदारी से कीमतों में तेजी आई.
- अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर: वैश्विक बाजारों में भी सोने की कीमतों में उछाल देखा गया.
चांदी ने भी दिखाई तेजी
सोने के साथ ही चांदी की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई.
- बुधवार को चांदी का भाव 800 रुपये बढ़कर 90,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया.
- पिछले सत्र में चांदी 89,700 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी.
चांदी वायदा बाजार का हाल
- फरवरी डिलीवरी के लिए चांदी के अनुबंध 87,550 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुए.
- मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर वायदा कारोबार में दिन के पहले सत्र में ही सक्रियता रही, लेकिन शाम के सत्र में कारोबार बंद रहा.
एमसीएक्स पर कारोबार की स्थिति
बुधवार को एमसीएक्स पर वायदा कारोबार में सोने के फरवरी डिलीवरी कांट्रैक्ट 76,893 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर बंद हुए.
- चांदी के मार्च डिलीवरी कांट्रैक्ट 28 रुपये की मामूली गिरावट के साथ 87,550 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुए.
- सौमिल गांधी ने कहा कि नए साल की छुट्टी के कारण विदेशी बाजार भी बंद रहे, जिससे कारोबार में सीमित गतिविधियां देखी गईं.
अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर
सोने और चांदी की कीमतों पर अंतरराष्ट्रीय बाजारों का सीधा प्रभाव पड़ता है.
- क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों के कारण विदेशी बाजारों में कारोबार ठप रहा.
- हालांकि, नई खरीदारी और बाजार में बढ़ती मांग के चलते घरेलू बाजार में कीमतें बढ़ीं.