Inverter battery care: जैसे-जैसे मौसम बदल रहा है और बारिश की शुरुआत हो रही है, वैसे ही कई इलाकों में बिजली कटौती की समस्या भी बढ़ रही है। ऐसे में इन्वर्टर लोगों के लिए राहत बनता है। लेकिन यदि इन्वर्टर की बैटरी का सही रखरखाव न किया जाए तो यह आपकी परेशानी का कारण भी बन सकता है।
बैटरी में सही तरीके से पानी डालना क्यों जरूरी है ?
अक्सर लोग बैटरी में पानी डालते वक्त लापरवाही कर बैठते हैं, जिससे बैटरी जल्दी खराब हो जाती है या पावर बैकअप घट जाता है। सही तकनीक से पानी भरने से न सिर्फ बैटरी की लाइफ बढ़ती है, बल्कि उसका प्रदर्शन भी बेहतर होता है।
इन्वर्टर बैटरी में पानी भरने से पहले जान लें ये जरूरी बातें
बैटरी में पानी डालना जितना आसान दिखता है, उतना होता नहीं। इसमें की गई छोटी गलती बड़ी नुकसान में बदल सकती है। इस प्रक्रिया में सही पानी, सही मात्रा और सही उपकरण का इस्तेमाल जरूरी है।
किस प्रकार का पानी डालना है बैटरी में ?
इन्वर्टर बैटरी में केवल डिस्टिल्ड (Distilled) या डीमिनरलाइज्ड (Demineralized) पानी ही इस्तेमाल करना चाहिए। नल का पानी या कोई दूसरा सामान्य पानी बैटरी की रासायनिक संरचना को खराब कर सकता है और उसकी क्षमता को घटा सकता है।
पानी भरने से पहले करें यह जांच
बैटरी में पानी भरने से पहले लेवल जरूर चेक करें। अधिकतर बैटरियों में इंडिकेटर या मार्कर होते हैं जो यह दिखाते हैं कि कितना पानी डालना है। कुछ मामलों में बैटरी के साइड पर पारदर्शी लाइन के जरिए लेवल देखा जा सकता है।
हाइड्रोमीटर से पाएं सटीक जानकारी
यदि आप चाहते हैं कि बैटरी का एसिड और वाटर लेवल सटीक रहे, तो आप स्विंग हाइड्रोमीटर का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपको बताएगा कि कब और कितना पानी डालना है।
पानी डालते समय न करें ये गलती
बड़े बर्तन से पानी डालना खतरनाक हो सकता है। पानी अगर वायरिंग पर गिर गया तो शॉर्ट सर्किट या करंट लगने का खतरा होता है। हमेशा छोटे मुंह वाली बोतल से पानी भरें और धीरे-धीरे डालें ताकि पानी बैटरी के अंदर ही जाए और बाहर न गिरे।
पानी ज्यादा हुआ तो बैटरी को हो सकता है नुकसान
यदि आप जरूरत से ज्यादा पानी भर देते हैं तो बैटरी का एसिड पतला हो सकता है, जिससे उसकी चार्जिंग क्षमता और लाइफ दोनों कम हो जाती हैं। इसलिए हमेशा अनुशंसित लेवल तक ही पानी डालें।
बैटरी में पानी कब डालना चाहिए ?
बैटरी में पानी हर 2 से 3 महीने में एक बार डालना उचित रहता है, लेकिन यह इस पर भी निर्भर करता है कि बैटरी कितनी बार डिस्चार्ज-चार्ज होती है। यदि ज्यादा बार इस्तेमाल हो रहा है, तो आपको महीने में एक बार भी जांच करनी चाहिए।